केजरीवाल का झूठ- मुफ्त पानी या मुफ्त में मौत! 

गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली सरकार के 10 साल के कामकाज को 1 ही वाक्य में बता दियाः आम आदमी पार्टी  की सरकार दिल्ली के लिए 10 साल सेमूर्ख बनाने का काम कर रही है। पूरा देश कहां से कहां पहुंच गया और इन्होंने दिल्ली को गर्त में धकेल दिया। नल खोलो तो गंदा पानी, खिड़की खोलो तो बदबू, बाहर निकलो तो टूटी सड़क, छठ मनाओ तो स्नान न कर पाए.. ऐसी यमुना, और सड़कों के किनारे गंदगी का ढेर… दिल्ली को नर्क बनाने का काम, ये आप-दा ने किया है। 

वास्तव में यह आप सरकार एक आपदा ही है। अरविंद केजरीवाल की साकार ने दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा किया था। लेकिन 10 साल में नर्क बना दिया। 

चलिए आज हम इनके पानी की कहानी की पोल खलते हैं। साफ पानी हर नागरिक का अधिकार है। यह जीवन का मूल आधार है। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने मुफ्त पान के नाम पर दिल्ली जलबोर्ड को तबाह कर दिया है। 

इसका नतीता यह हुआ है कि जल वितरण की प्रधाली पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। दिल्ली के कई इलाकें में न तो पानी आ रहा है और आ भी रहा है तो अत्यंत दुषित जल। 

दिल्ली जल बोर्ड  द्वारा प्रदान किए गए पानी की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि 39 प्रतिशत निवासी नल के पानी की गुणवत्ता से असंतुष्ट हैं2। 

2019 में किए गए एक सर्वेक्षण में यह स्पष्ट हुआ था कि क्श्रठ द्वारा आपूर्ति किया गया पानी पीने के लिए उपयुक्त नहीं था, क्योंकि कई मानकों पर यह मानक से नीचे था। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में पानी में बैक्टीरिया पाया गया, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

दिल्ली को प्रतिदिन लगभग 1,250 मिलियन गैलन पानी की आवश्यकता होती है, जबकि दिल्ली जल बोर्ड की जल उपचार संयंत्रों की स्थापित क्षमता केवल 950 मिलियन गैलन है3। इस कमी के कारण पुराने जल उपचार संयंत्रों को अपनी क्षमता से अधिक चलाया जा रहा है, जिससे जल गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। डीजेबी ने दो नए जल उपचार संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई थी, लेकिन ये परियोजनाएँ समय पर पूरी नहीं हो पाईं।

उदाहरण के लिए, नॉर्थ वेस्ट और आउटर दिल्ली के कई इलाकों में लोगों के घरों में सप्लाई होने वाला पानी बेहद गंदा और बदबूदार पहुंच रहा है। रोहिणी-कंझावला के जैन नगर में कई गलियां ऐसी हैं, जहां पिछले दो-तीन महीने से लोगों को गंदा और बदबूदार पानी ही मिल रहा है।

 यहां रह रहे लोगों का आरोप है कि पानी की सप्लाई शुरू होने के बाद पहले 1 से 2 घंटे बेहद गंदा और बदबूदार पानी ही आता है। इसके बाद कुछ इलाकों में पानी साफ होता है, लेकिन वह पानी भी पीने लायक नहीं होता है।

कुछ ऐसा ही हाल शालीमार बाग के एए ब्लॉक में है। यहां रहने वाले प्रवीण यादव ने बताया कि पानी की सप्लाई शुरू होने के बाद काफी देर तक पानी गंदा और काला आता है। इसकी शिकायत जल बोर्ड को दी गई है, लेकिन कोई ऐक्शन नहीं लिया गया। इसके कारण पूरे ब्लॉक के लोग परेशान हैं।

समयपुर बादली इलाके के यादव नगर में भी पानी की सप्लाई में सुधार नहीं हो रहा है। यहां बी-ब्लॉक में रहने वाले लेखराज पांचाल बताते हैं कि करीब 6-7 महीने से दिल्ली जल बोर्ड का पानी बेहद गंदा और बदबूदार आ रहा है, शिकायत पर भी कोई सुनवाई नहीं होती है। यह कहानी इन्हीं इलाके की नहीं हैं पूरी दिल्ली का यही हाल है। 

इसका सीधा कारण है कि केजरीवाल की फ्रीबीज के बाद दिल्ली जल बोर्ड के पास सामान्य काम करने को भी पैसे नहीं बचे हैं। 

नई दिल्ली से भाजपा के सशक्त उम्मीदवार और जननेता श्री परवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल के झूठ की पोल खोलतेइ हुए कहा कि -अरविंद केजरीवाल के झूठ पिछले 3 बार से चल रहे हैं। इस बार वो नहीं चलने वाले हैं क्योंकि सारे लोग इस बात को समझते हैं कि केजरीवाल जो भी बोलते हैं वो हमेशा झूठ ही बोलते हैंण् अभी उन्होंने कहा कि पानी के बिल जो आपके पास आ रहे हैं उसे जमा मत कीजिए। मैं वो पानी का बिल माफ कर दूंगा। मेरा कहना है कि आज भी तो उन्हीं की सरकार है।अभी तो चुनाव की घोषणा नहीं हुई है तो आज ही माफ कर दीजिए। 

क्या उनके पास श्री वर्मा के सवालों के जवाब हैं?

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