दिल्ली चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र का तीसरा भाग जारी किया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज पूरा संकल्प पत्र जारी किया गया। संकल्प पत्र के तीसरे भाग को लेकर अमित शाह ने कहा कि दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में निर्माण करने, खरीदने और बेचने की अनुमति होगी। दिल्ली के नियमों के अनुसार निर्माण और बिक्री का अधिकार प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 13,000 सील की गई दुकानों के लिए कानूनी रास्ता निकाला गया है। न्यायिक प्राधिकरण बनाकर छह महीने के भीतर सील की गई दुकानों को खोला जाएगा।
शाह ने यह भी कहा कि 1947 से स्थापित शरणार्थी कॉलोनियां जैसे लाजपत नगर और किंग्सवे कैंप की लीज़ बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही, इन कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना हक दिया जाएगा। एलएनडीओ के बाजारों को फ्रीहोल्ड किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि गिग वर्कर्स के लिए वेलफेयर बोर्ड बनाया जाएगा, जिसमें ₹10 लाख का जीवन बीमा और ₹5 लाख का दुर्घटना बीमा सुनिश्चित किया जाएगा। इनके बच्चों को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। टेक्सटाइल वर्कर्स के लिए भी यही व्यवस्था लागू होगी।
संकल्प पत्र-3 के वादेः
- गिग वर्कर्स को ₹10 लाख तक का जीवन बीमा और ₹5 लाख तक का दुर्घटना बीमा।
- टेक्सटाइल वर्कर्स को ₹10 लाख तक का जीवन बीमा, ₹5 लाख तक का दुर्घटना बीमा और ₹15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन।
- निर्माण श्रमिकों के लिए ₹10,000 तक का टूलकिट प्रोत्साहन, ₹3 लाख तक का ऋण, ₹5 लाख तक का दुर्घटना बीमा और ₹10 लाख तक का जीवन बीमा।
- युवाओं के लिए 50,000 सरकारी नौकरियां और 20 लाख रोजगार व स्वरोजगार के अवसर। जरूरतमंद छात्रों को मेट्रो में मुफ्त यात्रा के लिए ₹4,000 वार्षिक की सहायता।
- मान्यता प्राप्त पत्रकारों और वकीलों को ₹10 लाख तक का जीवन बीमा और स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा।
- ₹20,000 करोड़ के निवेश से एकीकृत पब्लिक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, 100þ ई-बस सिटी और मेट्रो फेज 4 का काम जल्द पूरा होगा।
- भव्य महाभारत कॉरिडोर का विकास।
- यमुना नदी को पुनर्जीवित कर यमुना रिवर फ्रंट का विकास।
अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि केजरीवाल यमुना में डुबकी नहीं लगा सकते तो उन्हें कुंभ में गंगा में डुबकी लगानी चाहिए ताकि उनके झूठ का पाप धुल सके।
शाह ने कहा कि बीजेपी कोरे वादे नहीं करती, बल्कि परफॉर्मेंस की राजनीति करती है। उन्होंने बीजेपी का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर बताया।
इससे पहले 21 जनवरी को बीजेपी के संकल्प पत्र का दूसरा भाग जारी किया गया था। इसमें सरकारी शिक्षण संस्थानों में जरूरतमंद छात्रों को ’केजी से पीजी’ तक मुफ्त शिक्षा का वादा किया गया था।
युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ₹15,000 की वित्तीय सहायता और दो बार यात्रा व आवेदन शुल्क की प्रतिपूर्ति का वादा किया गया था। अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए ’डॉ. बीआर अंबेडकर स्टाइपेंड योजना’ के तहत ₹1,000 प्रति माह का स्टाइपेंड देने की बात कही गई थी।
इसके अलावा ऑटो-टैक्सी चालकों के लिए वेलफेयर बोर्ड, ₹10 लाख का जीवन बीमा, ₹5 लाख का दुर्घटना बीमा और उनके बच्चों के लिए स्कॉलरशिप का वादा किया गया था। घरेलू कामगारों के लिए वेलफेयर बोर्ड, ₹10 लाख का जीवन बीमा, ₹5 लाख का दुर्घटना बीमा, स्कॉलरशिप और छह महीने की पेड मैटरनिटी लीव का प्रावधान रखा गया। पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों की संख्या को दोगुना करने का वादा भी किया गया।
इस प्रकार अपने तीनों संकल्प पत्रों में भाजपा ने दिल्ली के सभी वर्गो के समग्र विकास के लिए एक विजन दिया है। चाहे वह महिलाएं हों या वृद्ध, विद्यार्थी हों या शरणार्थी। सबो लिए कुछ न कुछ न कुछ है। जनता को यह भी पता है कि बीजेपी सरकार न सिर्फ वादे करती है बल्कि उसे पूरा भी करती है।
बीजेपी का संकल्प पत्र दिल्ली के विकास के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। यदि इन वादों को सही तरीके से लागू किया जाता है, तो यह दिल्ली को एक अधिक समृद्ध, सुरक्षित और विकसित शहर बनाने में मदद कर सकता है।